क्वालीफायर 1 हारने वाली टीम के लिए एक वरदान से कम नही जानिए पूरी डिटेल और नियम:
क्वालीफायर 1, हारने वाली टीम के लिए एक वरदान से कम नही जानिए पूरी डिटेल और नियम:
इंडियन प्रीमियर लीग ( IPL 2025 ) में फाइनल मैच से पहले प्लेऑफ स्टेज के तीन मैच खेले जाते हैं इन तीन मैचों में से क्वालीफायर 1 का मैच किसी भी टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता हैं क्वालीफायर 1 हारने वाली टीम के लिए एक वरदान से कम नही होता आज इस लेख में हम क्वालीफायर 1 को पूरे डिटेल और नियम से समझेंगे साथ ही साथ क्वालीफायर 2 और एलिमिनेटर के मैचों के भी एक सटीक और ज्ञानवर्धक विश्लेषण करँगे,लीग मैचों के खत्म होने के साथ ही प्लेऑफ स्टेज के मैचों की प्रतिस्पर्धा शुरु हो जाती हैं किसी भी आईपीएल टीम के लिए ये तीनों मुकाबले बहुत ज्यादा मायने रखते हैं प्लेऑफ के यही मैच फाइनल मुकाबले का निर्णय करते हैं.
क्वालीफायर 1 हारने वाली टीम के लिए एक वरदान से कम नही जानिए पूरी डिटेल और नियम:
आईपीएल के लीग मैचों के खत्म होने के बाद अंकतालिका निर्धारित करती हैं कि प्लेऑफ स्टेज के मैच किन किन टीमों के बीच खेले जायँगे अंकतालिका में जो टीमें शीर्ष 4 में अपनी जगह बनाने में कामयाब होती हैं उन्हीं टीमों के बीच प्लेऑफ के ये तीन मैच खेले जाते हैं पॉइंट्स टेबल में पहली और दूसरी पोजिशन रखने वाली टीमों के बीच क्वालीफायर 1 जबकि तीसरी और चौथी स्थान पर रहने वाली टीमों के बीच एलिमिनेटर मुकाबला खेला जाता हैं ,एलिमिनेटर की विजेता टीम और क्वालीफायर 1 की हारने वाली टीमों के बीच क्वालीफायर 2 का मुकाबला खेला जाता हैं,प्लेऑफ के इन तीनों मैचों को विस्तार से समझने के लिए हमें थोड़ा पॉइन्ट टेबल और प्लेऑफ के बारे में जानना होगा.
पॉइंट्स टेबल क्या हैं: ( Points Tables kya Hai )
अंकतालिका किसी भी टीम के प्रदर्शन को बड़े बारीकी के साथ दर्शाती हैं किस टीम ने कितने मैच खेले,कितने जीते और हारे अंकतालिका में उसकी पोजिशन कैसी हैं ,टीम का नेट रन रेट कैसा हैं इस सब का विवरण अंकतालिका में होता हैं एक अंकतालिका सीजन के सभी टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा को दर्शाती हैं आईपीएल की यह अंकतालिका सीजन के हर लीग मैच को ट्रैक करती हैं और यह हर मैच के साथ अपडेट होती रहती हैं अपडेट का यह सिलसिला लीग मैचों के साथ खत्म होता हैं आईपीएल सीजन में हर टीम अपने 14 मैच खेलती हैं जितने वाली टीम को 2 अंक और हारने वाली टीम को कोई अंक नही दिया जाता मैच रद्द और ताई होने की स्थिति में प्रत्येक टीम को ये दो अंक आपस में बांट दिए जाते हैं यानी दोनों ही टीमों को एक एक अंक दे दिया जाता हैं.
अंकतालिका में शीर्ष 4 में रहने वाली टीमें बड़ी आसानी से प्लेऑफ में क्वालीफाई कर लेती हैं अगर अंकतालिका में दो टीमों के अंक समान होते हैं तब इस स्थिति में दोनों का नेट रन रेट देखा जाता हैं अंत मे कहा जा सकता हैं कि यह रन रेट किसी भी टीम को प्लेऑफ में क्वालीफाई कराने में अपनी महत्वपूर्ण और अहम भूमिका निभाता हैं.
आईपीएल में प्लेऑफ क्या हैं ? ( IPL mein playoffs Kya Hai )
आईपीएल सीजन में लीग मैच खत्म होने पर कोई चार टीमें अपने प्रदर्शन और रणनीति के आधार पर अंकतालिका में शीर्ष 4 पर अपनी जगह बनाती हैं और अंकतालिका की यही शीर्ष चार टीमें प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करती हैं और इन्ही चार टीमों के बीच प्लेऑफ के ये मैच खेले जाते हैं, ये प्लेऑफ के तीनों मैच फाइनल मैच से पहले खेले जाते हैं और यही मैच फाइनल मैच के लिए फाइनल टीम का निर्धारण भी करते हैं प्लेऑफ में कुल मिलाकर क्वालीफायर 1 ,क्वालीफायर 2 ,और एलिमिनेटर के तीन मुकाबले होते हैं ये तीनों मुकाबले क्या हैं ? चलिए विस्तार से समझते हैं.
आईपीएल में क्वालीफायर 1 क्या हैं ? ( Ipl Mein Qualifier 1 kya Hai )
पॉइंट्स टेबल पर शीर्ष दो पर रहने वाली टीमों के बीच प्लेऑफ का क्वालीफायर 1 खेला जाता हैं क्वालीफायर 1, हारने वाली टीम के लिए एक वरदान से कम नही होता यह मुकाबला एक ओर तो जीतने वाली टीम की सीधे फाइनल में पहुँचा देता हैं वहीं दूसरी ओर यह मुकाबला हारने वाली टीम को हारने के बाद भी फाइनल में पहुँचाने का दमखम रखता हैं यानी क्वालीफायर 1 में हारने वाली टीम फाइनल मैच से डारेक्टर बाहर नहीं होती हैं उसे फाइनल में पहुँचने का एक मौका और ये मुकाबला देता हैं
आईपीएल में एलिमिनेटर क्या हैं ? ( Ipl Mein Eliminator Kya Hai )
जो दो टीमें अंकतालिका में तीसरे और चौथे स्थान पर बनी रहती हैं उन दोनों टीमों के बीच एलिमिनेटर मुकाबला खेला जाता हैं,इस मुकाबले में विजेता टीम को सीधे फाइनल में प्रवेश नही मिल पाता हैं फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए विजेता टीम को क्वालीफायर 2 में क्वालीफायर 1 की हारने वाली टीम से भिड़ना होता हैं एलिमिनेटर मुकाबले में हारने वाली टीम को सीधे बाहर होना पड़ता हैं हारने वाली टीम को इस मुकाबले के बाद कोई मौका नहीं मिलता हैं,एलिमिनेटर की विजेता टीम को दो बार संधर्ष करके फाइनल में पहुंचने का मौका मिलता हैं.
आईपीएल में क्वालीफायर 2 क्या हैं ?: ( Ipl Main Qualifier 2 Kya Hai )
यह मुकाबला एलिमिनेटर की विजेता टीम और क्वालीफायर 1 की हारने वाली टीमों के बीच खेला जाता हैं एलिमिनेटर खेलने वाली विजेता टीम को सीधे फाइनल में प्रवेश नही मिल पाता हैं फाइनल में अपनी दावेदारी पक्की करने के लिए उन्हें क्वालीफायर 1 को गवा चुकी टीम के साथ भिड़ना पड़ता हैं वही क्वालीफायर 1 की हारी हुई टीम के लिए क्वालीफायर 2 का यह मैच फाइनल की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता हैं यहाँ पर यह टीम एलिमिनेटर की विजेता टीम को हराकर फाइनल में प्रवेश ले सकती हैं अंत में कहा जा सकता हैं कि क्वालीफायर 2 का मुकाबला क्वालीफायर 1 की हारने वाली और एलिमिनेटर की विजेता के नाम होता हैं.
निष्कर्ष:
ग्रुप मैचों के बाद शीर्ष चार टीमों को प्लेऑफ में प्रवेश मिलता हैं पहले और दूसरे नम्बर पर रहने वाली टीमों के बीच क्वालीफायर 1 खेला जाता हैं जबकि अंकतालिका में तीसरा और चौथे नंबर हासिल करने वाली टीमें में एलिमिनेटर मुकाबला होता हैं और क्वालीफायर 2, एलिमिनेटर की विजेता टीम और क्वालीफायर 1 की हारने वाली टीमों के बीच होता हैं,और इस मुकाबले को जो भी टीम जीतेगी वह फाइनल मैच में क्वालीफायर 1 की विजेता टीम से भिड़ती हैं,स्प्ष्ट हैं कि फाइनल मैच का निर्धारण क्वालीफायर 2,और क्वालीफायर 1 से होता हैं,लीग मैचों के बाद आईपीएल में प्लेऑफ स्टेज के मैचों के एक अलग ही रोमांच होता हैं.
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